Trump पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और 2024 के रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मचा दी है। उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि यदि वे दोबारा राष्ट्रपति बने, तो अमेरिका अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाएगा — जिनमें नए टैरिफ शामिल हैं।

12 देशों को टैरिफ की चेतावनी | Warning to 12 Nations
ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने 12 देशों की पहचान की है, जो अमेरिका के साथ “अनुचित व्यापारिक लाभ” ले रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इन देशों के खिलाफ सोमवार से आधिकारिक पत्र भेजे जाएंगे जिनमें उन्हें संभावित टैरिफों की जानकारी दी जाएगी। हालांकि ट्रंप ने सभी 12 देशों के नाम नहीं बताए, लेकिन सूत्रों के अनुसार इनमें चीन, वियतनाम, भारत, मैक्सिको और कुछ यूरोपीय देश शामिल हो सकते हैं।
“अमेरिका फर्स्ट” नीति फिर से सक्रिय हुई। ‘अमेरिका फर्स्ट’ एक बार फिर
Trump ट्रंप ने 12 देशों को दी टैरिफ की चेतावनी, सोमवार से भेजे जाएंगे पत्र ने अपने भाषण में कहा:
“We will not allow foreign countries to exploit American workers. If I return to the White House, tariffs will be our main weapon to protect our industries.”
(हम विदेशी देशों को अमेरिकी कामगारों का शोषण नहीं करने देंगे। अगर मैं फिर राष्ट्रपति बना, तो टैरिफ हमारे उद्योगों की रक्षा का मुख्य हथियार होंगे।)
वैश्विक बाज़ारों में चिंता की लहर | वैश्विक बाज़ारों में चिंताएँ
इस घोषणा के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में हल्की गिरावट देखी गई। निवेशकों को डर है कि ट्रंप की टैरिफ नीति से एक बार फिर व्यापार युद्ध शुरू हो सकता है, जैसा 2018-2019 में अमेरिका और चीन के बीच हुआ था।
भारत के लिए क्या मायने हैं? | What It Means for India
भारत के लिए यह चेतावनी चिंताजनक हो सकती है क्योंकि अमेरिकी बाजार में टेक्सटाइल, फार्मा और आईटी सर्विसेज़ का बड़ा हिस्सा भारत से आता है। यदि ट्रंप प्रशासन फिर से टैरिफ लगाता है, तो इसका असर भारत के एक्सपोर्ट पर पड़ सकता है।
निष्कर्ष | Conclusion
डोनाल्ड ट्रंप का यह कदम आने वाले अमेरिकी चुनावों से पहले एक मजबूत राजनीतिक बयान है। हालांकि अभी यह चेतावनी स्तर पर है, लेकिन यदि वे सत्ता में लौटते हैं, तो वैश्विक व्यापार व्यवस्था में बड़ा बदलाव हो सकता है।
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